शहर का परिचय
दगशाई हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के सबसे पुराने छावनी कस्बों में से एक है। यह 5689 फीट (1734 मीटर) ऊंची पहाड़ी के ऊपर स्थित है, जो सोलन से लगभग 11 किमी की दूरी पर कालका-शिमला हाईवे के किनारे स्फिंक्स की तरह है। इसकी स्थापना 1847 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने पटियाला के महाराजा उर्फ भूपिंदर सिंह के महाराजा से पाँच गाँवों को मुफ्त में करवाकर की थी। इन गाँवों का नाम डब्बी, बड़हटियाला, चुनवाड़, जवाग और दगशाई था। नए छावनी का नाम आखिरी गाँव के नाम पर रखा गया था, क्योंकि यह सबसे बड़ा और रणनीतिक रूप से स्थित था।
एक लोकप्रिय स्थानीय किंवदंती के अनुसार, दगशाई नाम दग-ए-शाही से लिया गया था। मोगुल समय के दौरान अपराधियों के माथे पर एक दाग-ए-शाही (शाही निशान) लगाया जाता था और तत्कालीन डगशई गांव में पैकिंग भेज दी जाती थी।
वर्तमान में छावनी का कुल क्षेत्रफल 821.7793 एकड़ है। 2011 की जनगणना के अनुसार, छावनी की कुल जनसंख्या 2,904 है। दगशाई छावनी बोर्ड को श्रेणी III छावनी के रूप में वर्गीकृत किया गया है और इसमें 12 सदस्यों को शामिल किया गया है जो निर्वाचित और आधिकारिक सदस्यों को समान प्रतिनिधित्व देते हैं